Employee Recruitment Agency business 2023: रिक्रूटमेंट एजेंसी क्या हैं और इसे कैसे खोले, Profit

रिक्रूटमेंट एजेंसी व्यापार क्या हैं और इसे कैसे खोले ( How to start an employment agency or recruitment agency business plan with no experience in hindi)

Employee Recruitment Agency business रिक्रूटमेंट एजेंसी अर्थात नौकरी भर्ती संस्था जैसा की नाम से ही स्पष्ट हैं कि यह एक ऐसी संस्था हैं जो नौकरी दिलवाती हैं. रिक्रूटमेंट एजेंसी किसी कंपनी एवं बेरोजगार व्यक्ति एवं जो दूसरी नौकरी चाहते है, उनके बीच मध्यस्थ का कार्य करती हैं. अगर आप रिक्रूटमेंट एजेंसी का कार्य शुरू करना चाहते हैं, तो आपको उसके मूल काम को समझना होगा और साथ ही इस कार्य में लगने वाली सामान्य जानकारी, जरूरत का सामान, मार्केट कॉम्पटिशन, टीम एवं रिक्रूटमेंट एजेंसी प्रकार के अनुसार बेसिक जरूरत आदि के बारे में विस्तार से जानना होगा. इस प्रकार की सभी जानकारी के बाद आप स्वयं ही यह अनुमान लगा सकते हैं, कि रिक्रूटमेंट एजेंसी शुरू करने में आपको कितना खर्चा आयेगा और आपको कितना मुनाफा मिलेगा.

Employee Recruitment Agency business

Table of Contents

रिक्रूटमेंट एजेंसी क्या हैं ? [What is Employee Recruitment Agency business]

रिक्रूटमेंट एजेंसी एक तरह की मध्यस्थ संस्था हैं, जो कि कंपनी और बेरोजगार (जिसे नौकरी चाहिए, और जो अपनी नौकरी बदलना चाहते है) के बीच एक बिचौलिये का काम करती हैं.

  1. अगर कोई कंपनी के पास जॉब के लिए रिक्वायरमेंट हैं, तो वह कंपनी रिक्रूटमेंट एजेंसी से संपर्क कर सकती हैं.
  2. इसके अलावा अगर कोई बेरोजगार व्यक्ति जॉब की तलाश में हैं, तो वो भी इस रिक्रूटमेंट एजेंसी से संपर्क कर सकता हैं और अपनी योग्यता अनुसार जॉब की इच्छा जाहीर कर सकता हैं.
  3. इसके अलावा रिक्रूटमेंट एजेंसी भी अपनी तरफ से कंपनी के HR डिपार्टमेंट से संपर्क करके जॉब के बारे में जानकारी ले सकती हैं. यह जानकारी बेरोजगार युवकों को देकर उन्हे नौकरी दिलवाने में उनकी सहायता कर सकती हैं. मुख्यतः रिक्रूटमेंट एजेंसी का यही काम होता हैं.

रिक्रूटमेंट एजेंसी किस तरह से काम करती हैं ?

  1. कोई भी रिक्रूटमेंट एजेंसी अपने प्रकार (Niche) के अनुसार कंपनी का चुनाव करती हैं और उस कंपनी के HR डिपार्टमेंट से संपर्क करती हैं. अगर उस कंपनी में कोई वेकेंसी हैं, तो रिक्रूटमेंट एजेंसी उस पोस्ट के लिए लगने वाली बेसिक जरूरत (जैसे मिनिमम क्वॉलिफ़िकेशन, अनुभव, स्थान आदि ) और कंपनी की एम्प्लोयी से संबंधी जरूरत को एकत्र करती हैं.
  2. इस जानकारी का डाटाबेस तैयार करके रिक्रूटमेंट एजेंसी उन लोगो की लिस्ट तैयार करती हैं, जो कंपनी की सभी जरूरत को पूरा कर सकते हैं और इस लिस्ट के अनुसार रिक्रूटमेंट एजेंसी उन सभी लोगो से संपर्क करती हैं और उन्हे कंपनी के बारे में सारी जानकारी देती हैं.
  3. अगर वे लोग कंपनी और उसकी पोस्ट से खुश हैं, तो वो भी जॉब के लिए हाँ बोलते हैं और इस तरह रिक्रूटमेंट एजेंसी उन लोगो का कंपनी में इंटरव्यू करवाती हैं, अगर व्यक्ति इंटरव्यू में चुन लिया जाता हैं और उसे उस कंपनी में जॉब मिल जाती हैं, तब रिक्रूटमेंट एजेंसी इस वेकेंसी को भरने के एवज में कंपनी से कमीशन लेती हैं. इसके अलावा जिनकी जॉब लगती हैं, उनसे भी रिक्रूटमेंट एजेंसी कुछ कमीशन लेती हैं. इस तरह रिक्रूटमेंट एजेंसी मध्यस्थ के रूप में कमाती हैं.

रिक्रूटमेंट एजेंसी खोलने से संबंधी जानकारी :

अगर आप रिक्रूटमेंट एजेंसी खोलना चाहते हैं तो आपको कुछ महत्वपूर्ण कार्य करने जरूरी हैं, इसके साथ ही आप एक सफल बिज़नस को शुरू कर पायेंगे.

रिक्रूटमेंट एजेंसी के प्रकार [Type of recruitment agency and decide which type of recruitment service you provide]

रिक्रूटमेंट एजेंसी कई प्रकार की होती हैं, इसलिए आपको अपने एक विशेष प्रकार का चयन करना अनिवार्य हैं. जिसके जरिये आप यह निर्धारित कर पायेंगे, कि आपको किस तरह के सैक्टर की कंपनी के लिए लोगों की तलाश करनी हैं. और आप इसका चुनाव अपने निजी ज्ञान के जरिये कर सकते हैं, कि आपको किस तरह के विभाग (फील्ड) की जानकारी हैं. आप उसके अनुसार अपने विभाग का चुनाव कर सकते हैं.

समान्यतः निम्न प्रकार की रिक्रूटमेंट एजेंसी मार्केट में पाई जाती हैं –

  • आईटी एवं प्रोध्योगिकी विभाग
  • ऑइल एवं गैस विभाग
  • फायनेंस एवं मार्केटिंग विभाग
  • इंजीनियर
  • कन्स्ट्रकशन फील्ड
  • टीचिंग फील्ड
  • हार्डवेयर फील्ड

आदि इस तरह के जिस भी विभाग में आपकी पकड़ मजबूत हैं आप उस विभाग के लिए रिक्रूटमेंट एजेंसी खोल सकते हैं. इसके अलावा यह भी जरूरी हैं कि आप एक ऐसी फील्ड का चुनाव करे, जिसकी मार्केट में ज्यादा जरूरत हैं और जिसमें आप आसानी से बिना परेशानी और बिना बड़े कॉम्पटिशन के काम कर सके.

मार्केट एवं प्रतिद्वंदी की जानकारी (Market Research and analyses your competitor)

किसी भी तरह की रिक्रूटमेंट एजेंसी को खोलने से पहले निम्न विषयो पर जानकारी एकत्र जरूर करें.

  1. मार्केट में किस तरह की रिक्रूटमेंट एजेंसी की मांग ज्यादा हैं? किस तरह की फील्ड में जॉब वेकेंसी ज्यादा होती हैं और लोग किस तरह की फील्ड में ज्यादा काम करना चाहते हैं, इन सभी बातों का अवलोकन करने के बाद ही आप यह चुनाव करे, कि आपको किस तरह ही रिक्रूटमेंट एजेंसी खोलना चाहिये.
  2. मार्केट में और भी रिक्रूटमेंट एजेंसी होंगी, जो आपकी प्रतियोगी होंगी, इसलिए उनके बारे में सारी जानकारी एकत्र करें और उसके हिसाब से अपने माप दंड निर्धारित करे. इससे आपको अपने प्रतिद्वंदी को टक्कर देने में आसानी होगी और आप अपने कदम जमा पायेंगे.
  3. प्रतिद्वंदी के खिलाफ आपको अपनी फीस, स्थान, काम की क्वालिटी और मार्केट प्रमोशन स्ट्रेटेजी आदि बेहतर रखना जरूरी हैं, जिसके जरिये आप अपने प्रतिद्वंदी से आगे बढ़ सके.

रिक्रूटमेंट एजेंसी काम का अनुभव [ASSESS YOUR RECRUITMENT EXPERIENCE]

किसी भी तरह का काम शुरू करने से पहले आपको उस काम का पूरा ज्ञान होना जरूरी हैं, तब ही आप बिना परेशानी के काम कर सकते हैं और अपने प्रतिद्वंदी को बराबर की टक्कर दे सकते हैं. इसके लिए दो महत्वपूर्ण पॉइंट हैं –

  1. आप खुद किसी कंसल्टेंसी एजेंसी में जॉब कर चुके हो, तो आप इस काम को आसानी से शुरू कर सकते हो, क्यूंकि आपको सभी बिन्दुओं का अच्छा ज्ञान होगा और आप सभी परेशानियों से निपट सकेंगे.
  2. अगर आपने कभी भी किसी कंसल्टेंसी एजेंसी में काम नहीं किया हैं, तो आप इस स्थिती में एक ऐसे व्यक्ति को अपना पार्टनर बना सकते हैं, जिन्हे कंसल्टेंसी एजेंसी में काम करने का अनुभव हो.

रिक्रूटमेंट एजेंसी में लगने वाली आधारभूत चीजे एवं खर्चा (RECRUITMENT TOOLS and investment)

एक अच्छी कंसल्टेंसी एजेंसी खोलने के लिए कुछ महत्वपूर्ण चीजों का होना जरूरी हैं, जिसके जरिये आप एक ऐसी कंपनी खोल सकते हैं, जो आपके प्रतियोगी को टक्कर भी दे सके और आपके क्लाइंट को आपकी तरफ आकर्षित कर सके.

  1. आज के समय में सभी कार्य ऑनलाइन ही होते हैं, इसलिए अच्छे डेस्कटॉप या लैपटाप का होना जरूरी हैं. साथ ही अच्छी स्पीड का इंटरनेट कनेक्शन होना भी जरूरी हैं.
  2. इन सबके अलावा कुछ रिक्रूटमेंट पोर्टल जैसे कि naukri.com होते हैं, जो केवल रिक्रूटमेंट प्रक्रिया में काम आते हैं, वे सभी आपके सिस्टम में इन्स्टाल होने चाहिये.
  3. इसके अलावा कम से कम एक कांटेक्ट नंबर होना चाहिये, जिसके जरिये लोग कॉल पर आपसे कांटेक्ट कर सके. और आपकी कंपनी का रजिस्टर ईमेल एड्रेस भी होना जरूरी हैं.
  4. अगर कंपनी थोड़े बड़े लेवेल पर शुरू की हैं, तो एक अच्छा स्टाफ होना भी जरूरी हैं, जो कंसल्टेंसी कंपनी की बेसिक रिक्वाइरमेंट पूरी कर सके.

रिक्रूटमेंट एजेंसी के लिए ऑफिस लोकेशन कैसे चुने (LOCATION) :

वैसे तो समान्यतः यह काम ऑनलाइन ईमेल अथवा फोन कॉल के जरिये हो जाता हैं, लेकिन इसके बावजूद एक अच्छी लोकेशन पर आपका एक ऑफिस होना चाहिये. लोकेशन का चुनाव आप इस तरह से कर सकते हैं कि आस पास इंडस्ट्रियल इलाका हो, शहर के अच्छे भीड़भाड़ वाले इलाके में हो, एक ऐसी जगह हो जिसका प्रोमोशन आसानी से किया जा सके. साथ ही ऐसी जगह होनी चाहिये, जिससे आधारभूत सुविधाये जैसे इंटरनेट फैसिलिटी, इलेक्ट्रीसिटी फैसिलिटी, अच्छी पार्किंग, पानी की सुविधा आदि अच्छी होनी चाहिये. साथ ही लोकेशन ऐसी होनी चाहिये, जिस तक आसानी से पहुंचा जा सके अर्थात एड्रेस आसान होना चाहिये.

ऑफिस लोकेशन के लिये शुरुवात में आप अपने घर से भी काम शुरू कर सकते हैं अथवा किराये पर भी ऑफिस ले सकते हैं.

रिक्रूटमेंट एजेंसी का पंजीयन (Registrations and MAKE IT OFFICIAL)

किसी भी कंपनी को खोलने के लिए उसका आधिकारिक रूप से पंजीयन करवाना अनिवार्य होता हैं, तब ही क्लाइंटस आपकी कंपनी पर भरोसा कर सकता हैं और कानूनी रूप से तब ही आपको मान्यता मिलती हैं.

रिक्रूटमेंट एजेंसी का पंजीयन करवाने के लिये आपको सरकारी कार्यालय के चक्कर काटने की जरूरत नहीं हैं, ऐसे रजिस्ट्रेशन घर बैठे ऑनलाइन सुविधाओं के चले ही पूरे किए जा सकते हैं. आपको अपना फ़र्म प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में करवाना चाहिये और आपको शुरुवात में ही एक CA अपाइंट  करना चाहिये, जो आपको सारी जानकारी दे. रजिस्ट्रेशन के लिये निम्न कार्य करे.

  1. नाम चुने : अपनी कंपनी का नाम चुनने के लिये आपको यह देखना होगा, कि किसी ने कभी ऐसा नाम ना रखा हो. और इस तरह का नाम भी चुनना चाहिये, जो याद रहे और क्लाइंट को आकर्षित भी करे.
  2. वैबसाइट डोमैन चुने : अपनी कंपनी की वेबसाइट बनाने के लिये आपको एक सही डोमैन नेम भी चुनना होगा. डोमैन नेम के लिये आप .com, .co, .in आदि में से किसी का भी चुनाव कर सकते हैं.
  3. बैंक अकाउंट एवं बीमा : आपकी कंपनी के नाम से एक बैंक खाता होना भी जरूरी हैं. साथ ही आपको बीमा करवाना भी अनिवार्य हैं, जिससे छोटे मोटे नुकसान के लिये आप क्लैम कर सके.
  4. एम्प्लोयी बीमा : आपकी कंपनी में जीतने भी एम्प्लोयी हैं, आपको उनका बीमा करवाना जरूरी हैं. उन्हे सुरक्षित रखना आपकी ज़िम्मेदारी हैं.
  5. वैट रजिस्ट्रेशन : किसी भी तरह के बिज़नस को शुरू करने के लिये लाईसेंस लेने के साथ वैट रजिस्ट्रेशन जैसी प्रक्रिया भी करनी पड़ती हैं, लेकिन इस तरह के पंजीयन व्यापार के टर्न ओवर पर निर्भर करता हैं. आपके व्यापार का टर्न ओवर जितना होता हैं, आपको उसके हिसाब से इस तरह के टैक्स से संबंधी पंजीयन करवाने पड़ते हैं.
  • रिक्रूटमेंट एजेंसी टीम का चुनाव ;

टीम का चुनाव करते समय यह ध्यान रखना जरूरी हैं, कि आप अनुभवी लोगो को मौका दे, क्यूंकि इससे आपको अपने व्यवसाय को बढ़ाने में आसानी होगी.

  • रिक्रूटर : इस स्थान पर चुने जाने वाले व्यक्ति का अनुभवी होना बहुत जरूरी हैं, क्यूंकि ऐसा व्यक्ति पूरी टीम का नेत्रत्व करने में सहायक होता हैं. और इनके अनुभव के कारण आपको क्लाइंट बनाने में आसानी होती हैं. अनुभव के साथ- साथ आपको उनके क्वॉलिफ़िकेशन, उनके आत्मविश्वास को भी परखना होगा, क्यूंकि यह भी बहुत जरूरी हैं. इसके साथ रिक्रूटर को भाषा का ज्ञान भी अच्छा होना जरूरी हैं.
  • इसके अलावा भी जीतने लोगो को आप अपने साथ रखना चाहते हैं, उन सभी में यही गुण देखने होंगे.

क्लाइंट कैसे बनाये ? (How to get the business/Clients)

  • अपने रिक्रूटमेंट व्यवसाय के प्रकार के अनुसार आप सभी छोटी बड़ी कंपनी की लिस्ट बना ले और सभी के ऑफिस जाकर HR टीम से संपर्क करे और उनके साथ आत्मविश्वास के साथ बातचीत करें, ताकि वे आपकी तरफ आकर्षित हो.
  • एक बार HR टीम से मिलने के बाद उन सभी से ईमेल अथवा फोन कॉल के जरिये संपर्क बना कर रखे, इससे वे आपसे प्रभावित होंगें होंगे और कंपनी में वेकेंसी होने पर सबसे पहले आपसे ही संपर्क करेंगे.
  • क्लाइंटस बनाने के लिये आप अपने अनुभवी एम्प्लोयी के कांटेक्टस का भी उपयोग कर सकते हैं.
  • सोशल मीडिया अकाउंट के जरिये भी आप क्लाइंट से संपर्क कर सकते हैं इसके लिये विशेषतः Linkdin अकाउंट का उपयोग किया जाता हैं.

रिक्रूटमेंट एजेंसी खोलने में आने वाला खर्चा (Business Start up cost and total investment)

इस व्यवसाय को शुरू करने में बहुत ज्यादा खर्चा नहीं होता हैं, इसे स्माल इनवेस्टमेंट बिज़नस के रूप में देखा जा सकता हैं. शुरुवात में लगभग कितना खर्चा होगा, इसका अनुमान हम निम्न बिन्दुओ के आधार पर कर सकते हैं.

  • अगर आपने ऑफिस अपने घर से ही शुरू किया हैं, तो आपको किसी भी तरह का किराया नहीं देना पड़ेगा, लेकिन अगर आपने व्यवसाय को किराये के स्थान पर शुरू किया हैं, तो आपको हर महीने किराया भरना होगा. किराया आपके शहर और शहर में चुने हुये स्थान के मुताबिक देना होगा.
  • व्यवसाय शुरू करने के लिये आपको सिस्टम की जरूरत होगी, इसका खर्चा आपको पहली बार उठाना होगा और नियमित रूप से इसकी देखरेख करने का कुछ खर्चा भी समय – समय पर होगा.
  • सिस्टम, लाइट, एसी एवं पंखे आदि बिजली से चलने वाले उपकरणों की जरूरत भी होंगी, जिसका हर महीने बिल भरना होगा. इसके अलावा दूरभाष एवं मोबाइल फोन के बिल का खर्चा भी प्रतिमाह देना होगा.
  • इसके अलावा साफ – सफाई का खर्चा भी वहन करना होगा, यह भी हर महीने का एक छोटा खर्चा हैं.
  • इसके अलावा व्यवसाय पंजीयन, लायसेंस और वेबसाइट निर्माण आदि का खर्चा भी वहन करना होगा, लेकिन यह खर्चा एक बार का ही होगा.
  • इसके अलावा अगर आपने एम्प्लोयी रखे हैं, तो हर महीने उनका वेतन आपको देना होगा, लेकिन शुरुवात में यह अनिवार्य नहीं हैं.
  • इसके अलावा कुछ छोटे खर्चे हैं, जिन में जॉब पोर्टल सब्सक्रिप्शन एवं क्लाइंट से करने वाली मीटिंग्स के खर्चे आदि को भी आप अपने इनवेस्टमेंट में जोड़ सकते हैं.

अगर हम उपरोक्त बिन्दुओं का अवलोकन करे, तो हर महीने का 1 लाख से 3 लाख तक का अनुमानित खर्चा माना जा सकता हैं. और यह काफी कम भी हो सकता हैं, अगर आप व्यवसाय बहुत ही छोटे स्तर पर शुरू करते हैं. अगर आपको व्यवसाय का अनुभव बहुत अच्छा हैं, तो आप इससे बड़े स्तर पर भी यह कार्य शुरू कर सकते हैं.

जॉब पोर्टल पर सब्सक्रीप्शन (Job Portals Subscriptions)

यह एक नौकरी से जुड़ा व्यवसाय हैं, इसलिए इसमे आपको एम्प्लोयी के बारे में जानकारी रखना भी जरूरी हैं. इसलिए आपके पास कुछ जॉब पोर्टल का सब्सक्रीप्शन होना जरूरी हैं, क्यूंकि इन्ही जॉब पोर्टल के जरिये आप अपने पसंदीदा उम्मीदवार के रिज्यूम की लिस्ट डाउनलोड कर सकते हैं और उनसे संपर्क कर सकते हैं.

जॉब पोर्टल पर सब्सक्रीप्शन एक महीने, 3 महीने अथवा 1 वर्ष तक का होता हैं. आप अपनी जरूरत के मुताबिक जॉब पोर्टल पर सब्सक्रीप्शन ले सकते हैं.

रिक्रूटमेंट एजेंसी मार्केटिंग कैसे करे ?

किसी भी व्यवसाय को अच्छे से चलाने के लिए यह जरूरी हैं, कि उस व्यवसाय की मार्केटिंग अच्छे से हो, क्यूंकि अगर किसी को यही नहीं पता होगा, कि अपने कोई नयी कंपनी खोली हैं, तो कोई आपसे कैसे संपर्क करेगा. मार्केटिंग के कई तरीके हो सकते हैं, जैसे समाचार पत्र में विज्ञापन देना, पेंप्लेट बंटवाना, सोशल वेबसाइट पर एड्स के जरिये, जॉब पोर्टल में एड के जरिये, बैनर बनवाकर, मोबाइल मेसेज के जरिये और इन सबसे बढ़कर माउथ पब्लिसिटी के जरिये किसी भी काम को पहचान जल्दी मिलती हैं. इसलिए अगर आप अपना काम बड़ी ईमानदारी से करते हैं, तो आपकी मार्केटिंग बहुत ही आसान तरीके से होगी और यह सबसे ज्यादा करगार भी साबित होगी.

मार्केटिंग एक महत्वपूर्ण अंग हैं, क्यूंकि मार्केट में और भी कंपनी हैं और उनके आगे आप कितने बेहतर हैं. यह बात आप मार्केटिंग के जरिये ही बता सकते हैं.

रिक्रूटमेंट एजेंसी के लाभ (Profit)

कुल खर्चे का अवलोकन करने के बाद ही हम व्यवसाय में होने वाले फायदे का अनुमान लगा सकते हैं. शुरुवात में तो हम यह नहीं कह सकते की आपको मुनाफा होगा लेकिन, एक बार अगर आपके अच्छे क्लाइंट बन जाते हैं और मार्केट में आपकी एक विश्वसनीय छवि बन जाती हैं तो आपको इस बिज़नस से बहुत फायदा मिलेगा.

रिक्रूटमेंट एजेंसी से हानि (Risk)

सभी तरह के बिज़नस में थोड़ा रिस्क होता ही हैं, लेकिन अगर हम शुरुवात से ध्यान रखे तो हम परेशानियों से बच सकते हैं. आगे हम देखेंगे की इस बिज़नस में क्या क्या हानियाँ हैं ?

  1. क्लाइंट बनाते समय हमे यह ध्यान रखना जरूरी हैं, कि हम एक नयी कंपनी पर भरोसा करके ठीक कर रहे हैं या नहीं, क्यूंकि अगर आप नौकरी के लिए किसी व्यक्ति को गलत कंपनी में लगा देते हैं और वो कंपनी सैलरी नहीं दे पाती हैं, तो उस व्यक्ति का भविष्य खराब तो होगा ही, साथ ही आपका नाम भी खराब होगा. इसलिए किसी भी नयी कंपनी पर भरोसा करने से पहले आपको उसके बारे मे पता करना अनिवार्य हैं.
  2. कंपनी के साथ – साथ आपको नौकरी के लिए चुने गए व्यक्ति के बारे में भी पूरी जानकारी रखना जरूरी हैं. कई बार लोग इंटरव्यू तक हां बोलते हैं, लेकिन आखरी वक्त में नहीं आते इससे आपका नाम खराब होता हैं. इसके अलावा नौकरी लगने के बाद भी ठीक से काम नहीं करते, उससे भी नाम खराब होता हैं. इसलिए नौकरी के उम्मीद्वार के बारे में भी पता करना जरूरी हैं. वैसे आप बहुत ज्यादा गारंटी नहीं ले सकते, लेकिन कुछ हद तक सावधानी जरूरी हैं.
  3. आपके पास काम का अच्छा अनुभव होना भी जरूरी हैं, वरना ज्यादा इनवेस्टमेंट करने पर आप को खर्चा वहन करने में परेशानी आ सकती हैं.

रिक्रूटमेंट एजेंसी एक बहुत अच्छा व्यापार हैं. आज के समय में नौकरी बहुत ज्यादा जरूरी हैं और इसे आसानी से प्राप्त करना बहुत कठिन हैं. ऐसे में रिक्रूटमेंट एजेंसी के जरिये नौकरी ढूँढना एक अच्छा विकल्प हैं, क्यूंकि इसमें धोखाधड़ी की गुंजाइश कम हो जाती हैं और लोगो को आसानी से जॉब मिल जाती हैं. साथ ही समय की भी बचत होती हैं, इसलिए रिक्रूटमेंट एजेंसी का कार्य आज के समय में एक सफल बिज़नस के रूप में देखा जा सकता हैं.

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