कॉटन बड्स बनाने का व्यवसाय (Cotton Buds Manufacturing Business, Process, Machinery, Price, Cost, Investment, Profit in Hindi)
व्यवसाय कई प्रकार के होते हैं जिनमें से कुछ व्यवसाय कम लागत के साथ भी आरंभ किए जा सकते हैं. कम लागत के साथ आरंभ किए जाने वाले व्यवसाय में से ही एक है कॉटन बड्स बनाने का काम. कॉटन बड्स जिन्हें कान की साफ सफाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है उनका अविष्कार 20 के दशक की शुरुआत में किया गया था. अब आमतौर पर उन्हें प्रत्येक घर में इस्तेमाल किया जाता है इसलिए इनकी बिक्री और अधिक बढ़ गई है. कम निवेश में अधिक लाभ कमाने का सपना हर किसी का होता है यदि आप भी ऐसे ही ख्वाब रखते हैं, तो इसके लिए आपको कॉटन बर्ड्स व्यवसाय से जुड़ी संपूर्ण प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी होनी आवश्यक है.
कॉटन बड्स के व्यवसाय की मांग (Cotton Buds Business Scope)
यदि आप कोई एक ऐसा व्यवसाय ढूंढ रहे हैं जो बाजार में आपको एक अच्छा स्थान दिला सकता है. और साथ ही कम समयावधि में एक अधिक प्रॉफिट अर्जित करने वाला व्यवसाय बन सकता है, तो सबसे अच्छा व्यवसाय कॉटन बड्स का व्यवसाय है. क्योंकि आज के समय में कपास से बनी इन बड्स की मांग बाजार में बहुत अधिक बढ़ चुकी है. इन बर्ड्स का इस्तेमाल कई प्रकार से किया जाता है जैसे घरेलू रूप से सभी आयु वर्ग के लोग कान की सफाई के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं. साथ ही इसका इस्तेमाल वर्तमान समय में विभिन्न मेकअप प्रक्रियाओं में भी किया जा रहा है. इसके अलावा इसका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स की कुछ ऐसी वस्तुओं की साफ सफाई के लिए भी किया जाता है जो अधिक संवेदनशील होती हैं और जिन्हें बिना आहत पहुँचाए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. सबसे मुख्य बात तो यह है कि यह कम कीमत पर ही आराम से प्राप्त हो जाता है इसलिए उपभोक्ताओं के बीच यह सबसे अधिक लोकप्रिय है. इसलिए एक नए स्टार्टअप व्यवसाय के लिए यह एक अच्छा विकल्प बन चुका है.
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कॉटन बड्स के व्यवसाय के लिए आवश्यक लाइसेंस (Cotton Buds Business Required License)
व्यवसाय चाहे कोई भी हो यदि आरंभ में ही उससे जुड़ी सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाए तो भविष्य में व्यवसाय को लेकर समस्या की संभावना कम हो जाती है. इसलिए कॉटन बड्स व्यवसाय के लिए भी लाइसेंस पंजीकृत करना आपके लिए बेहद आवश्यक हो जाता है. आइए जानते हैं लाइसेंस पंजीकृत करने की संपूर्ण प्रक्रिया –
- फर्म का पंजीकरण :- यदि आप अपना व्यवसाय अकेले ही आरंभ करना चाहते हैं तो आप अपने नाम पर फर्म का पंजीकरण करा सकते हैं. और यदि आप कुछ लोगों के साथ मिलकर अर्थात पार्टनरशिप में अपनी कंपनी आरंभ करने की सोच रहे हैं तो उसके लिए आपको पार्टनरशिप फर्म का पंजीकरण कराना होगा.
- जीएसटी पंजीकरण :- वर्तमान समय में प्रत्येक व्यवसाय के लिए जीएसटी नंबर प्राप्त करना बेहद आवश्यक हो गया है. जो आपके व्यवसाय की पहचान संख्या और बीमा प्रमाण पत्र भी माना जाता है. तो आपको अपने व्यवसाय के लिए जीएसटी नंबर प्राप्त करने के लिए जीएसटी रजिस्ट्रार ऑफिस जाना होगा, और जीएसटी पंजीकरण कराना होगा.
- ट्रेड लाइसेंस :- किसी भी राज्य में व्यवसाय आरंभ करने के लिए आपको वहां के स्थानीय अधिकारियों से इस व्यवसाय को आरंभ करने से पहले व्यवसाय का ट्रेड लाइसेंस प्राप्त करना अति आवश्यक होता है.
- एमएसएमई / एसएसआई पंजीकरण :- यदि आप अपने व्यवसाय को सरकारी योजनाओं के अंतर्गत पंजीकृत कराना चाहते हैं, और व्यवसाय में सरकार की ओर से मिलने वाली विभिन्न सरकारी सब्सिडी व योजनाओं का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको एमएसएमई में पंजीकरण करना होगा.
- ईपीएफ पंजीकरण :- व्यवसाय में आपको कर्मचारियों की आवश्यकता तो अवश्य पढ़ेगी इसके लिए आप यदि कर्मचारी राज्य बीमा जोकि एक ऐसा बीमा है जो श्रमिकों के लिए एक लाभदायक बीमा योजना है, आप उसमें पंजीकरण कराते हैं. इससे आप अपने कर्मचारियों को भी सदैव सुरक्षा की अनुभूति करा सकते हैं.
- ईएसआई पंजीकरण :- यदि आप अपने व्यवसाय को एक वृहद रूप देने की सोच रहे हैं तो उसके लिए आपको कम से कम 20 से अधिक कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ेगी ही. ऐसे में उस व्यवसाय के लिए ईएसआई पंजीकरण अति आवश्यक है.
- ट्रेडमार्क :- व्यवसाय चाहे कोई भी हो उसके लिए एक ब्रांड नेम पंजीकृत करना बेहद आवश्यक होता है ताकि आपके नाम को कोई चुरा कर अपना नाम न दे सके. आपके द्वारा किया जाने वाला काम सिर्फ आपके नाम से पहचाना जाए, इसके लिए आपको ट्रेडमार्क पंजीकरण कराना अति आवश्यक है.
- आईईसी कोड :- एक वृहद रूप वाले व्यवसाय को आरंभ करने के बाद यदि आप कुछ ऐसी योजना बना रहे हैं. जिसके अंतर्गत आप अपने द्वारा उत्पाद किए गए वस्तुओं को अन्य देशों में निर्यात करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको आईईसी कोड लेना अति आवश्यक होता है.
कॉटन बड्स के व्यवसाय के लिए आवश्यक क्षेत्र (Cotton Buds Business Location)
इस व्यवसाय को छोटे पैमाने पर आरंभ किया जाता है इसलिए किसी बड़े स्थान की आवश्यकता नहीं होती है. आरंभ में इस व्यवसाय को शुरू करने के समय अधिक पूंजी लगाने और किसी भी व्यवसाय को किराए पर लेने या खरीदने की आवश्यकता नहीं है. यह एक गृह व्यवसाय का रूप है जिसे आप अपने गृह स्थान पर ही अपने परिवार जनों की सहायता से ही आरंभ कर सकते हैं और धीरे-धीरे इसका विस्तार कर सकते हैं. इस व्यवसाय में उत्पादन के लिए बड़ी मशीनों की आवश्यकता नहीं होती है इसलिए कम क्षेत्रफल में भी इस व्यवसाय की मशीनें लगाकर व्यवसाय आरंभ किया जा सकता है. हालांकि बाद में कच्चे माल को रखने और बने हुए माल के भंडारण के लिए जगह की आवश्यकता होती है, जिसके लिए आप कुछ समय पश्चात जब आप पूरी तरह से माल का उत्पादन कर ले तब उत्पाद के भंडारण के अनुसार स्थान ले सकते हैं.
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कॉटन बड्स बनाने के लिए आवश्यक कच्चा माल (Cotton Buds Business Raw Material)
यदि आप कॉटन बड्स की सभी प्रक्रियाओं को पूरी कर चुके हैं तो उसके बाद आपको कॉटन बड्स बनाने के लिए कच्चे माल की आवश्यकता होगी. अब उस व्यवसाय के लिए किस प्रकार के कच्चे माल की आवश्यकता आपको पड़ेगी वह जानकारी निम्नलिखित है :-
- कॉटन या ईयर बड्स प्लास्टिक की छोटी-छोटी तीलियों से बने होते हैं इसलिए आपको कुछ इस प्रकार की प्लास्टिक से बनी सामग्री की आवश्यकता होगी जिससे आप आसानी से ईयर बड्स बना सकें. इसके लिए आप लकड़ी या रोलड पेपर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
- कॉटन बड्स की बड्स पर दोनों तरफ रूई लगाने के लिए जो अच्छी तरह चिपक जाए उसके लिए कोटिंग की परत की आवश्यकता होती है. उसके लिए आपको रुई की भी आवश्यकता होगी इसलिए आपको अच्छी मात्रा में रुई भी ले लेनी चाहिए.
- मुख्य रूप से इन कॉटन बड्स का इस्तेमाल कान की सफाई या मेकअप के लिए किया जाता है, तो इस बात का ध्यान रखें कि जो रुई आप खरीदने वाले हैं वह उच्च दर्जे की होनी चाहिए.
- पूरी तरह से तैयार माल की पैकिंग के लिए भी आपको सामान की आवश्यकता होगी, जिसके लिए आप प्लास्टिक से बनी डिबिया या फिर थैलियां ले सकते हैं. और इसमें अच्छी तरह पैक करके आप अपने उत्पाद को उपभोक्ताओं तक पहुंचा सकते हैं.
कॉटन बड्स बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी (Cotton Buds Business Machinery)
इस व्यवसाय को सुचारू रूप से चलाने के लिए कुछ छोटी-छोटी मशीनों की आवश्यकता होती है, जो आपको आसानी से किसी भी बाजार में उपलब्ध हो जाती हैं.
- स्वचालित कॉटन बड बनाने की मशीन :- कॉटन बड्स बनाने की यह एक ऐसी मशीन होती है जो पूरी तरह से कंप्यूटर पीएलसी प्रक्रिया द्वारा नियंत्रित की जाती है. इसकी मदद से बड्स पर चिपकाए जाने वाली रुई को आराम से सुखाया जाता है और वह आराम से उस परत को अपने अंदर अवशोषित करके एक मजबूत ईयर बड तैयार करती है. स्वचालित कॉटन बड्स बनाने की मशीन एक ऐसी नई तकनीक की मशीनें होती है जो पैकेजिंग तकनीक के साथ आती है, जिसकी सहायता से आसानी से माल तैयार होकर पैकिंग की प्रक्रिया तक पहुंच जाता है. यदि आप यह मशीन खरीद लेते हैं तो आपको पैकेजिंग के लिए मशीन अलग से खरीदने की भी आवश्यकता नहीं होती है.
- बड्स निर्माण मशीन :– कॉटन बड्स को धुरी कहा जाता है और यदि आप एक लकड़ी की धुरी बनाना चाहते हैं तो आपको खराद मशीन प्रक्रिया का उपयोग करके बड्स को ईयर बड के रूप में बदलना होगा. और यदि आप पेपर की मदद से ईयर बड बनाना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको भारी ग्रेड पेपर के साथ-साथ एक डाई कटिंग मशीन खरीदनी होगी जो पतले कागज को कसकर चारों ओर घुमा कर बड्स का आकार प्रदान करती है. इसके अलावा यदि आप प्लास्टिक की बड्स बनाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको एक्सटेंशन मोल्डिंग प्रोसेसिंग मशीन खरीदनी होगी, जो प्लास्टिक को पिघलाकर डाई के माध्यम से बड्स के रूप में बदल देती है और मशीन से ही कॉटन में लपेटकर पैकेजिंग मशीन में भेजने की प्रक्रिया को पूरा करती हैं.
- पैकेट बनाने की मशीन :- यदि आपने स्वचालित मशीन नहीं खरीदी है तो आपको पैकेजिंग के लिए अलग मशीन खरीदनी होगी. जिसमें कॉटन बर्ड्स की अपने आप ही गिनती कर ली जाती है, यह कार्य सेंसर मशीन के अनुसार होता है. उसके बाद उन तिलियों को एक थैली में डालकर रोल किया जाता है और अपने आप ही वह सारे पैकेट एक बैग में चले जाते हैं.
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कॉटन बड्स बनाने की प्रक्रिया (Cotton Buds Making Process)
चरण : 1 बड्स निर्माण :- कॉटन बड्स बनाने के लिए सबसे पहले आपको डाई कटिंग की मदद से पेपर की बड्स बनानी होंगी. यदि आप उन बड्स को प्लास्टिक के रूप में बनाना चाहते हैं तो आपको प्लास्टिक मोल्डिंग मशीन में डालकर उसको आकार में बदलकर बाहर निकालना होगा. ठीक यही प्रक्रिया आपको लकड़ी की इयरबड्स बनाने के लिए भी करनी होगी.
चरण : 2 चिपकने वाली सामग्री :- बड्स पर दोनों तरफ रुई चिपकाने के लिए आपको एक ऐसा चिपकाने वाला पदार्थ इस्तेमाल करना होगा, जो उसके दोनों सिरों पर लगाया जाए. ताकि उस पर चिपकने वाली रुई मजबूती से चिपक जाए.
चरण : 3 संपीड़न :- दोनों तरफ बड्स पर गोल और चिकनी आकार से रुई चिपकाने के बाद उन पर एक ऐसा दबाव डाला जाता है ताकि दोनों धुरियों पर रुई अच्छी तरह से चिपक जाए और लंबे समय तक लगी रहे.
चरण : 4 रसायनिक कोटिंग :- कॉटन बड्स पूरी तरह से तैयार होने के बाद उनके ऊपर सैलूलोज बहुलक रसायन लगाया जाता है, ताकि रुई में स्पॉटिंग और फफूंदी ना लगे. इससे रुई के कॉटन बड्स लंबे समय तक टिके रहते हैं और खराब नहीं होते हैं.
चरण : 5 पैकेजिंग :- पूरी तरह से कॉटन बड्स तैयार होने के बाद गिनती करके बड्स को पॉलिथीन पाउच में पैक किया जाता हैं. फिर बाद में कॉटन बड्स के पैकेट्स को गिन कर बॉक्स में डाला जाता है ततपश्चात वे बॉक्स मार्किट में भेजने के लिए तैयार हो जाते है.
कॉटन बड्स को कहां पर बेचें (Where to sell Cotton Buds)
- कॉटन बड्स को स्थानीय बाजार में बेचने के लिए :-अपने द्वारा उत्पादित किए गए कॉटन बड्स को पूरी तरह से तैयार करके पैकिंग करने के बाद उन्हें मार्केट तक पहुंचाने का काम भी आपका ही होता है. इसके लिए आप एजेंट भी रख सकते हैं और सीधे ही माल बाजार तक स्वयं ही पहुंचा सकते हैं. यदि आप इसकी मार्केटिंग रिटेल में करना चाहते हैं तो आप अपना खुद का स्टोर भी खोल सकते हैं.
- कॉटन बड्स को होलसेल बाजार में बेचने के लिए :- इसके अतिरिक्त यदि आप होलसेल बाजार में इसकी मार्केटिंग करना चाहते हैं तो आप खुद जाकर या फिर एजेंट के जरिए स्वास्थ्य देखभाल केंद्र, मेडिकल स्टोर और इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर में सफाई वाली दुकान पर या फिर प्रशासन सामग्री और श्रृंगार की दुकान पर अपने बनाए हुए माल को भेज सकते हैं. जिन जगहों पर इनका अधिक इस्तेमाल किया जाता है उन जगहों पर जाकर आप उनकी आवश्यकता के अनुसार उन्हें अपने द्वारा उत्पादित किया गया माल बेच सकते हैं. और लाभ कमा सकते हैं. कॉटन बर्ड्स को होलसेल बाजार में पहुंचाने के लिए आप अपने आसपास के होलसेल बाजार में जाकर दुकानदारों से संपर्क कर सकते हैं.
- कॉटन बड्स की ऑनलाइन मार्केटिंग :- यदि आप अपने व्यवसाय को एक ऐसा रूप देना चाहते हैं जिसमें आप अपने उत्पाद को पूरे देश या देश के बाहर भी बेचना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको एक व्यवसायिक होस्टिंग साइट से जुड़ना होगा. इसके लिए आप निम्न साइट्स के साथ अपने व्यवसाय को जोड़ सकते हैं.
- अलीबाबा
- इंडिया मार्ट
- ट्रेड इंडिया
- एक्सपोर्ट इंडिया आदि.
यह सभी वेबसाइट थोक आर्डर स्वीकार करती है और यहां पर आप अपना माल बल्क में बेच सकते हैं.
- बिजनेस टू कस्टमर वेबसाइट :- कॉटन बड्स के व्यवसाय को बिजनेस टू कस्टमर वेबसाइटों का सहारा ले कर भी किया जा सकता है. कुछ वेबसाइट ऐसी होती हैं. जो आपके व्यवसाय को सीधे ग्राहकों तक पहुंचाती हैं. उन वेबसाइट की मदद से आप सीधे ही ग्राहकों के संपर्क में आ जाते हैं और उन्हें प्रत्यक्ष तौर पर अपना माल बेच सकते हैं. कुछ बिजनेस टू कस्टमर वेबसाइट निम्नलिखित हैं जिन पर आप रजिस्टर करके अपने व्यवसाय को एक नया आयाम दे सकते हैं :-
- फ्लिपकार्ट
- स्नैपडील आदि.
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कॉटन बड्स के व्यवसाय का प्रचार एवं प्रसार (Cotton Buds Business Branding and Marketing)
कॉटन बड्स की ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग के लिए आप निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं :-
- यदि आप अपने व्यवसाय का प्रचार और प्रसार करना चाहते हैं तो आप अपने द्वारा उत्पादित की गई वस्तुओं का फ्री सैंपल उपभोक्ताओं को बांट सकते हैं. यदि उन्हें आपके ब्रांड के कॉटन बर्ड्स पसंद आएंगे तो वे उनकी अधिक मांग करेंगे जिससे आपकी ब्रांडिंग और प्रमोशन दोनों ही हो सकता है.
- इसके अतिरिक्त आप अपने व्यवसाय को जनता तक पहुंचाने के लिए व्यवसाय कार्ड छपवा सकते हैं. इन्हें आप बड़े बड़े दुकानदारों, रिटेलर्स और साथ ही उपभोक्ताओं तक पहुंचा सकते हैं.
- आप अपनी व्यवस्था के प्रमोशन के लिए प्रचार का भी सहारा ले सकते हैं जिसके लिए आप पंप्लेट छपवा सकते हैं और अपने आसपास स्थानीय क्षेत्र में बटवा सकते हैं.
- आप अपने स्थानीय समाचार में भी अपने व्यवसाय से जुड़े विज्ञापन पोस्ट कर सकते हैं, जिससे आपका व्यवसाय आराम से आपके स्थानीय क्षेत्र तक पहुंच जाता है.
कॉटन बड्स के व्यवसाय में लगने वाली कुल लागत (Cotton Buds Business Cost)
यह व्यवसाय गृह व्यवसाय होने की वजह से उद्यमी को कम स्थान और कम वस्तुओं की आवश्यकता होती है, जिससे उद्यमी को अधिक निवेश नहीं करना होता है. इसलिए आप 20 हजार से लेकर 30 हजार तक की राशि में इस व्यवसाय को आरंभ कर सकते हैं. हालांकि यदि आपके पास इतने पैसे नहीं है तो आप लोन ले सकते हैं.
छोटे व्यवसाय के लिए ऑनलाइन लोन के लिए आवेदन कर आप 1 करोड़ रूपये तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं. इसकी आवेदन प्रक्रिया जानने के लिए यहाँ क्लिक करें.
कॉटन बड्स के व्यवसाय से मिलने वाला लाभ (Cotton Buds Business Profit)
यदि बात करें इस व्यवसाय से प्राप्त होने वाले लाभ की तो इस व्यवसाय में आपकी लगन और मेहनत का ही अधिक फल होता है. यदि आप इस व्यवसाय का आरंभ 20000 रूपये की राशि से करते हैं तो जल्द ही आपको इस पर 10 से 15 हजार रूपये तक का लाभ प्राप्त हो सकता है.
FAQs
Q : कॉटन बड्स बनाने की शुरुआत कब और किसके द्वारा की गई थी ?
Ans : कॉटन बड्स बनाने की शुरुआत सन 1920 के दशक में पोलीस अमेरिकी लियो जेरस्टेनजेंग द्वारा की गई थी.
Q : कॉटन बड्स बनाने की शुरुआत किस लिए की गई थी ?
Ans : इन कॉटन बड्स को बनाने की शुरुआत छोटे बच्चों के शरीर के संवेदनशील भागो की सुरक्षित सफाई के लिए की गई थी, जैसे कान, नाक आदि. बाद में इनका इस्तेमाल छोटे बड़े मेकअप की गतिविधि को पूरा करने और नेल पॉलिश के नए-नए डिजाइन बनाने के लिए किया जाने लगा. वर्तमान समय में इसका उपयोग छोटे घरेलू सामानों को साफ करने के लिए भी किया जाता है जहां पर आसानी से हमारी उंगलियां नहीं पहुंच पाती हैं.
Q : मुख्य रूप से कॉटन बड्स का इस्तेमाल किस उम्र के व्यक्तियों द्वारा किया जाता है ?
Ans : यदि उम्र की बात करें तो सामान्य तौर पर कॉटन बड्स का इस्तेमाल सभी आयु वर्ग के व्यक्तियों के द्वारा किया जाता है.
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