अपना खुद का बिज़नेस शुरू करने से पहले इन बातों का ध्यान जरूर रखें (Things you must do before starting a business in Hindi)
कोई भी व्यक्ति जब यह मन बना लेता हैं, कि उसे अब व्यापार करना है, तो उसके साथ ही उसके मन में सबसे पहले यह सवाल उठता हैं, कि एक व्यवसाय को शुरू करने से पहले उसे क्या – क्या करना होगा, किस तरह से वह व्यवसाय शुरू कर सकता हैं, किन – किन चीजों की आवश्यकता होगी आदि इसी तरह के सवाल उसके मन में अक्सर उठते रहते हैं. तो यदि आप भी उन्हीं व्यक्तियों में से एक हैं, तो आपको इसकी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, हम इस आर्टिकल की माध्यम से आपको यह बतायेंगे, की आप एक व्यवसाय को जब शुरू करने जायेंगे तो उससे पहले आपको क्या करना होगा और साथ ही आपके सवालों के जवाब भी देंगे.
एक व्यवसाय को शुरू करने के फायदे (Benefits)
एक बिज़नस को स्टार्ट करना एक प्रेरणादायी युक्ति हैं, विशेष रूप से जब कोई यह पहली बार करता है. या जो अपने 8 से 9 घंटे के ऑफिस काम से आजादी चाहते हैं, यह उन्हें प्रोत्साहित भी करता हैं. इसमें वे अपने अनुसार कभी भी अपना व्यापार कर सकते हैं. इसमें उनका कोई बॉस नहीं होता, जिसे उन्हें हर रोज रिपोर्ट करना पड़े. साथ ही इसमें उन्हें प्रॉफिट कितना भी मिल सकता हैं, इसकी कोई निश्चित सीमा भी नहीं होती हैं.
एक व्यवसाय शुरू करने से पहले करने वाली कुछ चीजें
यहाँ हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको व्यवसाय की दुनिया में कदम रखने से पहले करनी आवश्यक है. यह नीचे बिन्दुओं के आधार पर दर्शायी गई है.
16. व्यवसाय का नेचर (Type of Business) :-
सबसे पहले आपको यह निश्चिय करना होगा, कि आप क्या एवं किस तरह का व्यवसाय करने के बारे में सोच रहे हैं. एवं आप अपने व्यवसाय में क्या बेचने जा रहे हैं. इसके लिए आपके पास 3 विकल्प दिए हुए होंगे सर्विस, मर्चेंडाइजिंग या फिर मैन्युफैक्चरिंग. आपको अपने व्यवसाय को शुरू करने के लिए इनमें से किसी एक केटेगरी का चुनाव करना होगा.
सर्विस (Service) :-
इसमें आप अपना समय एवं विशेषज्ञता बेचते हैं, जैसे कि पेशेवर इवेंट आर्गेनाइजर, आईटी, मार्केटिंग आदि के काम होते हैं, या रेस्तौरेंट, भोजन, कियोस्क, ट्रांसपोर्टेशन, सैलून, स्पा आदि भी हो सकते हैं.
मर्चेंडाइजिंग (Merchandising) :-
इसमें आप एक रिटेल, होलसेल, ट्रेडिंग या डिस्ट्रीब्यूशन जैसे व्यवसाय चुन सकते हैं. जिसमें वस्तुओं या सामानों को बेचा और खरीदा जाता हैं. उदाहरण के लिए ग्रोसरी और डिपार्टमेंट स्टोर्स, रेटल आउटलेट्स, ऑनलाइन रिसेलर्स आदि.
मैन्युफैक्चरिंग (Manufacturing) :-
यह कच्चा माल और कर्मचारियों दोनों के साथ मिलकर कुछ उपकरण का उपयोग करके इसे फिर बेचने योग्य उत्पाद बनाये जाने वाले व्यवसाय होते हैं. उदाहरण के लिए कार, गैजेट्स, क्लोथिंग, बैग्स और डेली एसेंशियल आदि.